गन्ने की कटाई उपरान्त खेत में सूखी पत्तियों को जलाने के बजाय खेत ट्रैश मल्चिंग करे किसान - जिलाधिकारी

गन्ने की कटाई उपरान्त खेत में सूखी पत्तियों को जलाने के बजाय
खेत  ट्रैश मल्चिंग करे किसान - जिलाधिकारी 
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ट्रैश मल्चिंग से खेत का मृदा जीवांश बढेगा और पर्यावरण को भी नही होगा नुकसान
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जिलाधिकारी ने किया काली नदी को अतिक्रमणमुक्त व प्रदूषणमुक्त 
 कराने  तथा
नदी किनारे प्रस्तावित सडक मार्ग का निरीक्षण
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घमुजफ्फरनगर- 27 नवम्बर 2019..जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने आज अधिकारियों के साथ खतौली ब्लाॅक के ग्राम दयालपुरी के प्रगतिशील कृषक एस पी सरन के गन्ने के खेत पर जाकर गन्ना कटाई उपरान्त खाली हुए खेत में गन्ने की पत्तियों एवं ठूंठ (ट्रैश) की मल्चिंग देखी और इससे किसानों व पर्यावरण को होने वाले फायदे के बारे में भी जानकारी ली। किसान एस पी सरन ने जिलाधिकारी को बताया कि गन्ना कटाई उपरान्त गन्ने की सूखी पत्तियों को कुछ किसान  खेत में ही जला देते है जिस कारण एक ओर मृदा का जीवांश नष्ट होता है वही दूसरी ओर इससे पर्यावरण को भी क्षति पहूंचती है। उन्होने बताया कि कटाई उपरान्त गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत मे ही आधुनिक कृषि यन्त्रों जैसे मल्चर, रोटावेटर आदि से जुताई कर देते है जिससे खेत की उर्वरा शक्ति बढती है। किसान द्वारा जिलाधिकारी को अपने गन्ने के खाली खेत जिसमें गन्ने की सूखी पत्तियों ओर ठूंठ (ट्रैश) था, में सबसे पहले मल्चर का प्रयोग और उसके बाद रोटावेटर फिर आधुनिक हल कृषि उपकरण का प्रयोग कर खेत की जुताई कर पूरी तैयारी दिखाई।
जिलाधिकारी ने किसान द्वारा कुछ दिन पूर्व गन्ने की पत्तियों का मल्चर कर आलू की फसल उगाने के लिए तैयार किये गये खेत का भी निरीक्षण किया। किसान ने बताया कि यह खेत आलू के फसल के लिए तैयार है। किसान ने बताया कि इस खेत में बिना गन्ने की पत्ती जलाये ही मल्चिंग कर आलू की बुवाई की जानी है।
जिलाधिकारी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान भाई गन्ने की सूखी पत्तियों को खेत में ही मल्चर, रोटावेटर व अन्य कृषि उपकरणों के द्वारा दबाएं और गलाएं। इनको जलाने से एक ओर पर्यावरण को नुकसान होता है वहीं दूसरी ओर मृदा का जीवांश घटता है। इस मौके पर एसडीएम खतौली अजय अम्बष्ट, जिला गन्ना अधिकारी डा. आर.डी.द्विवेदी काफी संख्या मे प्रगतिशील किसान उपस्थित रहें।
इसके पूर्व आज प्रातः जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने काली नदी को अतिक्रमण मुक्त व प्रदूषण मुक्त कराने तथा नदी के दोनो और किनारों पर शासन की मंशा के अनुरूप प्रस्तावित सडक निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर सम्बन्धित अधिकारियेां को दिशा निर्देश दिये। उन्होने कहा कि शीघ्र की नदी के दोनों और से अतिक्रमण हटाया जाये उसे प्रदूषण मुक्त कराया जाये। उन्होने नदी किनारे बनाये गयी चकरोड/कच्चे मार्ग का स्थलीय निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर सचिव एमडीए महेन्द्र प्रसाद, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह, तहसीलदार सदर पुष्करनाथ चौधरी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।